समस्तीपुर में विजिलेंस की टीम ने 20 हजार रुपए घूस लेने पर महिला थाना अध्यक्ष और उसके चालक को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी राजेश कुमार ने बताया है कि मामला किसी केस से जुड़ा हुआ नहीं है। एक महिला ने थाने में आवेदन दिया था। लेकिन, थानाध्यक्ष ने कोई केस दर्ज ही नहीं किया था। पूछताछ के लिए पीड़ित को थाना पर बुलाया और पैसे की डिमांड की ।
पीड़ित ने कहा है कि हमारे साथ मारपीट भी की गई थी। आरोपी चालक ने कहा है कि जबरदस्ती उसे घूस की राशि दी गई है। मैंने घूस नहीं मांगा था। मुझे फंसाया जा रहा है, मैडम ने रुपए मांगे थे।

कार्रवाई का नेतृत्व विजिलेंस के डीएसपी राजेश कुमार ने किया है। छापेमारी की सूचना मिलते ही एएसपी संजय पांडे भी महिला थाना पर पहुंचे
डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि आरोप है कि थाने पर बुलाए जाने के बाद पुलिसकर्मी ने उसके साथ मारपीट भी की। इस मामला को सलटाने के लिए पहले 40,000 रुपए की मांग की गई। हालांकि, बाद में यह मामला 20,000 में सेटल हो गया।
घटना को लेकर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई । राजीव रंजन की ओर से 10 जुलाई को इस मामले में निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई गई। पूरे मामले की जांच की गई, तो मामला सच पाया गया।
निगरानी के बताए अनुसार राजीव रंजन ने महिला थाना अध्यक्ष पुतुल कुमारी और चालक गुड्डू कुमार को ₹20000 दिए। इसकी जानकारी जैसे ही निगरानी को मिली। विभाग की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार महिला थाना अध्यक्ष और उनके चालक को पुलिस हिरासत में पटना ले जाया जा रहा है।
पीड़ित राजीव रंजन ने कहा है कि मेरे ही गांव की पूजा कुमारी नाम की महिला को बराबर तंग तो किया जाता था, जिस कारण उन्होंने मुफस्सिल थाने में आवेदन दिया था
महिला थाना अध्यक्ष ने नोटिस कर उन्हें 1 जुलाई को बुलाया। लेकिन वह पत्र 7 जुलाई को उनके पास पहुंचा। वह 8 जुलाई को थाना में उपस्थित हुए, तो उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। थानाध्यक्ष ने मुझे कहा था कि तुम्हारे ऊपर रेप केस है। मामला सलटाने के लिए 40,000 की मांग की गई। हालांकि बाद में या मामला 20000 में सेटल हुआ। उन्होंने मामले की जानकारी निगरानी विभाग की टीम को दी। इसके बाद अब कार्रवाई हुई है।
बता दें कि महिला थाना अध्यक्ष पुतुल कुमारी 2018 बैच की सब इंस्पेक्टर है। वह मोतिहारी की रहने वाली है। पहली पोस्टिंग समस्तीपुर में हुई थी। विभिन्न थानों में रहने के बाद उसे डेढ़ साल पहले महिला थाना अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, विधानसभा चुनाव को देखते हुए उसका ट्रांसफर मधुबनी जिला हो गया था, वह जाने वाली थी।


