संबंधों को निभाना कोई केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से सीखे
(बोधगया से संतोष श्रीवास्तव)
संबंध होना अलग बात है और उन संबंधों को निभाना अलग बात है । इन संबंधों को निभाना कोई केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से सीखे। हुआ यूं कि नई दिल्ली में पीएम की अध्यक्षता में नीति आयोग की महत्वपूर्ण बैठक होनी है ,लेकिन इसके बावजूद वे दिनांक 22 मई को अपने निजी लोगों के यहां वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने गया पहुंच गए।

श्री मांझी हम पार्टी के नेता और शिक्षाविद डॉ.एसके सुनील के परिवार में आयोजित वैवाहिक समारोह स्थल (बोधगया के संघ प्रिया गेस्ट हाउस) में चि. रोहन सरसिज (पिता श्री अरविंद कुमार ) तथा (आयु. तन्नु सुप्रिया पिता श्री मनीष कुमार ) के शादी समारोह में गुरुवार की रात शामिल हुए ।

वहीं दूसरी तरफ गया जदयू महानगर अध्यक्ष राजू वर्णवाल के पुत्र के वैवाहिक कार्यक्रम ( होटल निरवाना ग्रांड रिसोर्ट एंड होटल टेकुनन्ना फार्म बोधगया) में भी मांझी जी शामिल हुए।
ऐसे तो नेताओं का वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन नीति आयोग जैसे महत्वपूर्ण बैठक जो 23 मई के दिन 11 बजे से दिल्ली में आयोजित है ,में शामिल होना अब संभव नही है ?
अपने लोगों और कार्यकर्ताओं को तरजीह देना शायद हर नेता के लिए संभव नहीं है और जो सबके लिए असंभव होता है उसे मांझी जी संभव करके दिखा देते हैं। यही वजह है कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सबसे उम्रदराज मंत्री होने के बावजूद उनकी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है।