जहानाबाद –जिले के सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर का कारानामा प्रकाश में आया, जिसे सुन आप भी चौंक जाएंगे।
अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर द्वारा निजी क्लीनिक स॑चालित कर,सदर अस्पताल में इलाज कराएं आएं मरिजो को निजी क्लीनिक में भेजने की बात प्रकाश में आया है।

मिली जानकारी के अनुसार जहानाबाद के ही शषीकेश कुमार पैर फ्रेक्चर होने पर सदर अस्पताल में इलाज हेतु आया, और पर्ची के उपरांत हड्डी रोग डॉ दिनेश कुमार के पास पैर दिखाई। जिसे डाॅ दिनेश कुमार ने अपने निजी क्लीनिक में 300 रुपए लेकर पर्ची बना पैर प्लास्टर हेतु रेफर कर दिया।

वही पिड़ित शषीकेश कुमार ने बताया कि डाॅक्टर दिनेश कुमार के पास एक निजी लड़का रहता है,जो रोगियों को अपने निजी क्लीनिक में ले जाने का काम करता है। वही उन्होंने डॉ दिनेश कुमार की पोल खोलते हुए बताया कि, मैं जब सदर अस्पताल में पर्ची कटाकर रोस्टर के
अनुसार हड्डी रोग डॉ दिनेश कुमार से अपना पैर दिखलाया तो, उन्होंने मुझे उल्टा सिधा कह अपने निजी क्लीनिक का पर्ची बना दिया,और एक लड़का के साथ मुझे अपना क्लीनिक में भेजने का काम किया।
मामला चाहे जो कुछ भी हो लेकिन सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर अपनी निजी लाभ को लेकर रोगियों को शोषण दोहन करने का सिलसिला जारी रहने की बात प्रतित होता है। जिला पदाधिकारी को चाहिए कि इस प्रकार के कारनामों पर प्रतिबंध के साथ साथ डाक्टरों पर भी कारवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।