रतनी रामाश्रय प्रसाद सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। मरीजों और उनके परिजनों को भीषण गर्मी में अस्पताल में पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। मरीजों को अपनी प्यास बुझाने के लिए अस्पताल परिसर के बाहर स्थित चाय नाश्ते की दुकानों से पानी के पाउच और बोतल खरीदना पड़ रही है।
अस्पताल में पानी की व्यवस्था नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी डिलेवरी के समय होती हैं। अस्पताल में हर महीने करीब 30से40 महिलाएं डिलेवरी के लिए आती हैं। अस्पताल में पानी नहीं होने के कारण महिलाओं के परिजनों को भारी परेशानी होती है।
डिलेवरी के लिए लगने वाले पानी की व्यवस्था अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा की जाती है। एक प्रसव में करीब 30 लीटर पानी की आवश्यकता पड़ती है। वहीं अस्पताल कैंपस में रहने वाले कर्मचारी भी पानी के लिए परेशान होते हैं।
पानी के लिए परेशान होते हैं मरीज अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 80 मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। अस्पताल में पानी की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को भारी परेशानी होती है। मरीजों को बाजार से पानी खरीद कर पीना पड़ता है। शकूराबाद स्वास्थ्य केंद्र में करीब 50 से अधिक गांव के लोग जुड़े हैं। अस्पताल में अक्सर सड़क हादसों और मारपीट में घायल मरीज आते हैं। अस्पताल में पानी नहीं होने से इन मरीजों की ड्रेसिंग आदि करने में भी परेशानी होती है।
कई बार शिकायत करने के बाद भी नहीं हुआ समस्या का समाधान