पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव के घर पहुंचकर ली पत्नी का हालचाल, कहा- पत्रकार समाज के सच्चे प्रहरी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी शनिवार को पटना जाते वक्त जहानाबाद में कुछ देर के लिए रुके। इस दौरान उन्होंने जिले के वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव के आवास पर पहुंचकर उनकी पत्नी के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

बताया गया कि कुछ दिन पहले संतोष श्रीवास्तव की पत्नी घर के आंगन में अचानक पैर फिसलने से गिर गई थीं, जिससे उनका पैर टूट गया था। तब से वे चिकित्सकीय उपचार के दौर से गुजर रही हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मांझी ने व्यक्तिगत रूप से घर पहुंचकर उनका हालचाल लिया और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
मांझी ने मुलाकात के दौरान श्रीवास्तव दंपती से परिवार की कुशलक्षेम पूछी और चिकित्सकीय सुविधा से संबंधित हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि “पत्रकार समाज की आवाज होते हैं। वे जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का काम करते हैं। ऐसे में किसी भी संकट की घड़ी में पत्रकार परिवारों को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि इलाज या किसी विशेष चिकित्सकीय सुविधा की आवश्यकता पड़े, तो वे और उनकी पार्टी पूरी तरह से सहयोग के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी अपील की कि पत्रकार समुदाय और उनके परिवारों के हित में संवेदनशीलता के साथ कदम उठाए जाएं।
मुलाकात के दौरान कुछ समय तक अनौपचारिक बातचीत भी हुई, जिसमें मांझी ने पत्रकारिता की भूमिका, सामाजिक दायित्व और जनसेवा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने संतोष श्रीवास्तव की पत्नी के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि “समाज में जो लोग जनहित के लिए काम करते हैं, उनकी देखभाल हमारा नैतिक कर्तव्य है।”
गौरतलब है कि वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के करीबी माने जाते हैं। दोनों के बीच लंबे समय से पारिवारिक और सामाजिक संबंध रहे हैं। मांझी की यह मुलाकात न केवल व्यक्तिगत आत्मीयता का परिचायक थी, बल्कि इसे राजनीतिक हलकों में सादगी और संवेदनशीलता का संदेश देने वाली पहल के रूप में देखा जा रहा है।
इस अवसर पर स्थानीय हम पार्टी के कार्यकर्ता और जिले के कई पत्रकार भी मौजूद थे। सभी ने मांझी के इस व्यवहार की सराहना करते हुए कहा कि यह उनके सरल और मानवीय व्यक्तित्व की झलक है। मुलाकात के बाद मांझी ने सभी से विदा ली और पटना के लिए रवाना हो गए।